लखनऊ। उत्तर प्रदेश बोर्ड (UP Board) की परीक्षाएं 22 फरवरी 2024 को शुरू हुईं थीं, जो कि 9 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा खत्म होने के बाद 16 मार्च से बोर्ड कॉपी चेकिंग का काम शुरू कर देगा। इस साल 10वीं और 12वीं कक्षा की तीन करोड़ से ज्यादा उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करीब 1.5 लाख शिक्षक करेंगे। गड़बड़ी से बचने के लिए बोर्ड ने इन शिक्षकों को ट्रेनिंग देने का फैसला भी लिया है।
31 मार्च तक चलेगा कॉपी चेकिंग का काम
UP Board के एग्जाम 9 मार्च को खत्म हो रहे हैं। जो शिक्षक बोर्ड परीक्षा की कॉपियां चेक करेंगे उन शिक्षकों की ट्रेनिंग भी होगी ताकि कॉपी चेक करने में कोई गड़बड़ी ना हो। इसके लिए विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। यूपी के जिन केद्रों पर कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा उनकी भी सख्ती से मॉनिटरिंग की जाएगी। बोर्ड के निर्देशों के अनुसार, यह काम 13 दिनों में यानी कि 16 मार्च से 31 मार्च तक पूरा किया जाएगा। हालांकि बीच में 24 से 26 मार्च तक होली की छुट्टी रहेगी।
कब आ सकता है रिजल्ट?
पिछले कुछ सालों के पैर्टन को देखा जाए तो कॉपी चेकिंग का काम पूरा होने के तीन हफ्ते बाद रिजल्ट की घोषणा कर दी जाती है। इस साल भी अगर यही पैर्टन रहा तो हो सकता है कि परिणामों की घोषणा 25 अप्रैल 2024 तक कर दी जाए। हालांकि अभी रिजल्ट को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। आधिकारिक अपडेट के लिए UPMSP की आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर समय-समय पर विजिट करते रहें।
260 केंद्रों पर होगी कापियां चेक
16 मार्च से 31 मार्च तक कापियों का मूल्यांकन प्रदेश के 260 केंद्रों पर होगा। जिसमें हाई स्कूल के लिए 131 और इंटर के लिए 116 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। 13 मूल्यांकन केंद्र ऐसे हैं, जिनमें अलग-अलग सेक्शन में हाईस्कूल और इंटर दोनों की कॉपीज़ चेक की जाएंगी।
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कुल 260 मूल्याकंन केंद्रों में से 83 राजकीय और 177 अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। इस वर्ष हाई स्कूल परीक्षा की 1.76 करोड़ कॉपियां को चेक करने के लिए 94,802 और इंटर परीक्षा की 1.25 करोड़ कॉपीयों के मूल्यांकन के लिए 52,295 परीक्षकों की नियुक्ति की गई है।
परीक्षा समाप्त होने के बाद शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश ने इस बार नक़लविहीन परीक्षा कराने के लिए कई कदम उठाए हैं। पहली बार केंद्र व्यवस्थापकों की ट्रेनिंग हुई है। इस बार कॉपी चेक करने वाले शिक्षकों की ट्रेनिंग भी होगी। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि \’कापियों के मूल्यांकन में पूरी तरह शुचिता बरती जाए इसके लिए परीक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित होगी। परीक्षा समाप्त होने के बाद प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा।